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“नाज़ है मुझे मेरे प्यार पर क्यों आज इतना भाव (प्याज़) खा रही है,
ना तुम बेवफा हो ना मैं बेवफा हूं, बस कसूर मेरे प्यार का है”।
जी हाँ अक्सर देखा जाता है या तो किसी से प्यार हो या जो दिल के काफी क़रीब हो या यूं कहें की किसी ने दिल लगा लिया हो तो उसकी याद में अक्सर आंसू छलक आते हैं । लेकिन ये आंसू निकलने या छलकने का कोई और कारण नहीं बल्कि प्याज़ है। प्याज काटते हुए आंसू निकलना तो आम बात थी लेकिन अब प्याज की कीमतें भी लोगों की आंखों से आंसू निकाल रहीं हैं. प्याज बिना कटे ही लोगों की आंखों से आंसू निकाल रहा है वजह प्याज का महंगा होना है देश में दुःख दे रही बढ़ी प्याज़ की कीमतों का जवाब हर कोई अपने-अपने तरीके से दे रहा है । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार पर महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्याज ‘रुद्राक्ष माला’ की तरह महंगी हो गई है, ‘अच्छे दिन’ में लोग प्याज खाना तक बंद कर चुके हैं। तो कहीं पर 1000 की राखी लेने पर 1 किलो प्याज़ फ्री तक का बोर्ड लग चूका है। तो कहीं पर प्याज़ चोरी के डर से गौदाम में CCTV कैमरे तक लगवा दिए गए हैं । कोई गले में प्याज़ की माला पहनकर तो कोई गाना गाकर । भई ! दाम तो हर चीज के बढ़ते हैं ! दाल से लेकर हर खाने-पीने, आलू, लोकी, टमाटर, मटर, भिन्डी, तक देश के कई हिस्सों में प्याज की बढ़ी कीमतों ने सरकार की आंखों में ख़ौफ़ पैदा कर दिया है। लेकिन भाई अगर देखा जाये तो प्याज़ ही सरकार को हिलाने का दम रखती है। जहाँ-जहाँ प्याज़ कटती है यानि भाव बढ़ते हैं वहां पर सरकार में बैठे नेताओं की आंख से आंसू आने लगते हैं । इन आंसुओ की कीमत मोती समान उस वक्त हो जाती है जब बढ़े हुए प्याज़ के दाम को लेकर जनता हाय-हल्ला मचने लगती है और सरकार की जान पर बन आती है, प्याज़ का सीधे दिल से कोई संबंध हो सकता है क्या? ऐसा देखने में उस वक्त आ जाता है जब प्याज़ को जरा भी खरोच आये तो डायरेक्ट आंख से आंसू छलक आते हैं । कहा जा सकता है की प्याज़ दिल के काफ़ी करीब आ गई है। क्यों इतना भाव खा रही हो ?
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